एक करोड़ फर्जी गरीब अब सूची से बाहर
गरीबों के नाम पर ले रहे थे सरकार से मुफ्त अनाज
भोपाल, (ब्यूरो)। मध्यप्रदेश में एक करोड़ से ज्यादा फर्जी गरीबों को अब सूची से बाहर कर दिया गया है। ये ऐसे गरीब है जिनके घरों में टीवी, फ्रीज से लेकर तमाम आरामदाय और विलासीता की वस्तुएं मौजूद है। इसके बाद भी ये कोरोना के नाम पर गरीब कल्याण सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजना के तहत हर महीने मुफ्त में गेहूं, चावल और अनाज प्राप्त कर रहे हैं।
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की पहल पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की सूची से एक करोड़ अपात्र हितग्राहियों के नाम हटाए गए हैं। ये लोग सक्षम होते हुए भी गरीबों को मिलने वाला राशन पा रहे थे। कई ऐसे भी नाम पाए गए हैं जिनके पीडीएस सूची में एक से ज्यादा जगहों पर नाम दर्ज थे। फिलहाल इन सभी का सत्यापन कर नई सूची जारी कर दी जाएगी। उधर प्रधानमंत्री के वन नेशन वन कार्ड योजना के लिए अब पीडीएस हितग्राहियों का सत्यापन किया गया। जिसमें करोड़ों लोगों के अपात्र होने का पता चला। इसके बाद सरकार ने इन अपात्र लोगों का नमा सूची से हटा दिया गया है जिसके बाद राज्य में राशन पाने वाले हितग्राहियों की संख्या 4 करोड़ 90 लाख है। खास बात यह है कि अपात्र लोगों को हटाने के साथ ही इस सूची में 46 लाख नए पात्र लोगों का नाम जोड़ा गया है।