शराब पीने से मौत के बाद रायल स्टैग की बिक्री धढ़ाम

अंग्रेजी शराब पीने से घबरा रहे है शौकिन और पियक्कड़

इंदौर। बहुचर्चित शराब कांड में एक बार फिर बड़ी ही विचित्र स्थिति पैदा कर दी है। छोटे बड़े अवैध शराब बेचने वाले पुलिस और आबकारी विभाग की रडार में आकर सीखचों के पीछे और जेल पहुंच गए हैं और विभिन्न प्रकार की जांच का भी उन्हें भविष्य में सामना करना पड़ेगा तो इधर शराब में अब तक मरे 6 लोगों, जबकि यह तो ज्ञात की संख्या है अज्ञात अलग ही हैं। के मरने के बाद शराब की खपत में एकाएक कमी आई है खासतौर पर रॉयल स्टैग ब्रांड को तो खरीदने से भी वे पीने वाले लोग डर रहे हैं जो कभी शौक से इसे अपना ब्रांड बता कर इसका उपयोग किया करते थे।

विदित रहे कि अहाते को लेकर शुरू हुई वर्चस्व की लड़ाई कहां से कहां पहुंच गई है। और इसकी जांच में कई बड़े अपराधियों के साथ-साथ शराब विक्रेता, बड़े सप्लायर, छोटे बड़े गुंडे आदि भी इसकी चपेट में आ गए हैं? इधर सुप्रो की बात पर यकीन किया जाए तो तमाम अंग्रेजी शराब बेचने वाले इन दिनों बड़ी विचित्र स्थिति का सामना कर रहे हैं। अंग्रेजी शराब की खपत एकाएक कम हो गई है वही रॉयल स्टैग ब्रांड की शराब लेने से तो तमाम पीने का शौक रखने वालों ने तौबा कर ली है।फिलहाल तो यह ब्रांड इतना चर्चित हो गया है कि हर किसी की जुबान पर इसका नाम आ गया है और इसे खरीदने से तमाम शौकीन फिलहाल तो घबरा रहे हैं।

शराब बिक्री को लेकर आबकारी विभाग ने बदली रणनीति
मध्यप्रदेश में जहरीली शराब से पिछले छह माह में अलग अलग जिलों में हुई बड़ी संख्या में लोगों की अकाल मौत के बाद अब आबकारी विभाग ने कामकाज के मामले में रणनीति बदली है और उसने तय किया है कि वह महंगी शराब भी कम मात्रा में पैक में बिकवायेगी। इसके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। विदित रहे कि इंदौर, उज्जैन, मुरैना, मंदसौर सहित प्रदेश के लगभग दर्जनभर जिलों में जहरीली शराब के सेवन से लगभग सात लोग अकाल मौत के शिकार हो गये। अब इस मामले में सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ साथ यह नीतिगत निर्णय लिया है कि वह अच्छे किस्म की शराब छोटे पैक में उपलब्ध करवायेंगे। सूत्रों का कहना है कि दरअसल सरकार के सामने इस तरह की बातें सामने आई है कि पीने के शौकिन और पियक्कड़ कभी कभी टेस्ट बदलने के लिए महंगी शराब पीने की इच्छा रखते है लेकिन अपनी इच्छा नहीं पूरी होने पर सस्ती शराब का सेवन कर लेते हैं। यह सस्ती शराब निर्धारित मापदंडों और मानकों पर खरी नहीं उतरती है और फिर इस प्रकार के घटनाग्रम सामने आते हैं। वर्तमान हालात को मद्देनजर रखते हुए आबकारी विभाग ने तय किया है कि वह ९० एमएल की शराब की पैक बोतले मार्केट में उतारेगी जो कि सस्ती होने के साथ साथ उसकी गुणवत्ता भी अच्छी होगी। आबकारी आयुक्त के निर्देश के बाद विभिन्न जिलों में शराब दुकानों से इसकी बिक्री की तैयारियां की जा रही है।

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