देश की अर्थव्यवस्था के लिए आने वाला समय बेहद कठिन

महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी के जाल में फंस रहा है देश

नई दिल्ली (ब्यूरो)। देश में पेट्रोल-डीजल के दाम अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर हैं। इसकी वजह से थोक महंगाई दर में भी वृद्धि हुई है। वहीं आर्थिक मोर्चे पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को आगाह करते हुए फिर चेताया है कि आने वाला समय 1991 के आर्थिक संकट से भी ज्यादा भयावह होने जा रहा है। सरकार देश के सभी नागरिकों के जीवन को सम्मानजनक तरीके से सुनिश्चित करे। देश महंगाई और बेरोजगारी के अलावा गरीबी के नए जाल में फसता जा रहा है। इसके परिणाम आने वाले समय में दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि देश में अर्थव्यवस्था के लिहाज से काफी मुश्किल वक्त आने वाला है। मोदी सरकार को वे हर बार अर्थव्यवस्था की मार से बचाने के लिए पत्र लिखकर सुझाव दे रहे हैं, जिसका सरकार के मंत्री उपहास उड़ा रहे हैं।
मनमोहन सिंह 1991 के ऐतिहासिक बजट के 30 साल पूरा होने के मौके पर अपनी बात रख रहे थे। उन्होंने कोरोना महामारी के बाद पैदा हुए आर्थिक संकट पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 1991 में 30 साल पहले, कांग्रेस पार्टी ने भारत की अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण सुधारों की शुरुआत की थी। अपने बयान में मनमोहन सिंह ने कहा कि ये सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि इन 30 सालों में करीब 30 करोड़ भारतीय नागरिक गरीबी को मात दे चुके थे, लाखों करोड़ों नौकरियों के मौके बने परंतु अब 23 करोड़ लोग बेरोजगार होकर गरीबी रेखा के नीचे जा रहे हैं, लेकिन कोविड के कारण हुई तबाही और करोड़ों नौकरियां जाने से वह बहुत दुखी हैं।

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