दो लहरों में 50 लाख मौतें

अमेरिका की रिसर्च एजेंसी ने भारत के आंकड़े जारी किए

नई दिल्ली (ब्यूरो)। कोरोना महामारी से भारत में 50 लाख मौतें होने का दावा अमेरिका की रिसर्च कंपनी ने भारत के आंकड़ों को एकत्र करने के बाद जारी किए हैं। तीन प्रकार से किए गए अध्ययन के बाद यह रिपोर्ट बनाई गई है। वहीं सरकार ने मौत का आंकड़ा साढ़े चार लाख के लगभग ही बताया है। दो लहरों के लिए किए गए अध्ययन में पहली लहर में 20 लाख मौतें होना और दूसरी लहर में घोर लापरवाही के चलते 30 लाख मौतें हुई है। पहली लहर में 16 सितंबर 2020 को पीक का दिन था, इस दिन सर्वाधिक 57807 मौतों के मामले दर्ज किए गए, जबकि दूसरी लहर की पीक में 83000 मौतें हुई है।
अमेरिका की सबसे बड़ी सर्वे एजेंसी ने भारत की पहली और दूसरी लहर के सारे आंकड़ों को एकत्र कर 17 महीने तक किए अध्ययन के बाद जून 2020 से 2021 तक जुटाए आंकड़ों के अध्ययन के बाद यह आंकडें़ बताए हैं। साथ ही मौतों का यह आंकड़ा आजादी के विभाजन के बाद सबसे बड़ी त्रासदी का आंकड़ा है। वॉशिंगटन की सेंट्रल फॉर ग्लोबल ने इस अध्यक्ष के लिए सिरोलाजिकल स्टेडी हाऊस होल और स्टेट लेबल पर सिविक बॉडी से मिले डॉटा के बाद तीन आधार पर यह रिपोर्ट जारी की है। इसके लिए 12 राज्यों के अलग-अलग अध्ययन भी किए गए हैं। पहले आंकड़े में 34 लाख मौतों का आंकड़ा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए सर्वों से निकाले गए, जबकि दूसरे आंकड़े आईएफआर के आधार पर निकाले गए जिसमें 40 लाख मौतों का आंकड़ा था, तो तीसरे अध्ययन ने कंज्यूमर पिरामिड हाऊस होल्ड के अध्ययन में 50 लाख मौतें सामने आई। यह दोनों लहर का आंकड़ा है। पहली लहर के बाद दूसरी लहर की अंतरराष्ट्रीय चेतावनी को सरकार ने दरकिनार कर दिया था। स्वयं प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि अब वे कोरोना पर जीत हासिल कर चुके हैं, देश कोरोना से मुक्त हो रहा है।

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