कमलनाथ अब प्रदेश संगठन की ही कमान संभालेंगे, प्रदेश का दौरा करेंगे

इंदौर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रहे सभी कयास समाप्त हो गये। अब वे मध्यप्रदेश की राजनीति ही अगले दो साल करेंगे। इसके अलावा संगठन में बड़े पैमाने पर फेरबदल भी लगभग तय है। इसी माह कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन हो जाएगा। इसमे सौ से अधिक कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को ही जगह दी जाएगी। यह जम्बो कार्यकारिणी नहीं होगी। वहीं अब अरुण यादव और जीतू पटवारी कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन में जा रहे हैं। महिला कांग्रेस अध्यक्ष के लिए नूरी खान का नाम तय है हालांकि दिग्विजयसिंह विभा पटेल के नाम को लेकर पूरी ताकत से लगे हुए हैं। कमलनाथ अगले तीन साल पूरी तरह संगठन की राजनीति ही करेंगे। उनको लेकर मध्यप्रदेश चल रहे राजनीतिक दांवपेच अब समाप्त हो गये हैं। कांग्रेस विधानसभा में विजयलक्ष्मी साधौ और बाला बच्चन में से ही किसी एक का प्रतिपक्ष नेता के रुप में चयन करेगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ सूत्रों ने दावा किया कि जो लोग यह संदेश दे रहे थे कि कमलनाथ मध्यप्रदेश की राजनीति से अब हट रहे हैं उन्हें भी यह संकेत मिल गये हैं कि कमलनाथ दिल्ली में भी अपनी हस्ती रखते हैं। उन्होंने स्वयं ही कार्यकारी अध्यक्ष का प्रस्ताव ठुकराया है। वे मध्यप्रदेश में ही अब पूरी ताकत से अगले तीन साल राजनीति करेंगे इस दौरान वे प्रदेशव्यापी दौरे के साथ ही संगठन को मजबूत करने का काम भी शुरु करने जा रहे हैं। अगला विधानसभा चुनाव उनके नेतृत्व में ही होना तय है। कमलनाथ के विरोधी गुट के लिए भी अब यह संकेत मिल चुके हैं कि वे जोड़तोड़ की राजनीति बंद कर दे। हालांकि इन दिनों कमलनाथ ने ऐसे नेताओं से अपनी दूरी बना ली है वहीं अब वे विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता का पक्ष विजयलक्ष्मी साधौ या बाला बच्चन में से किसी एक को ही देने के लिए तैयारी कर रहे हैं। विजयलक्ष्मी साधौ को इंदौर का प्रभार देकर उन्होंने अपनी ताकत में इंदौर को प्राथमिकता दी और अपनी विश्वसनीय राजनेता को यहां का प्रभारी बनाया। दूसरी ओर अब पूर्व सांसद अरुण यादव और विधायक जीतू पटवारी राष्ट्रीय राजनीति में कदम बढ़ायेंगे वे राष्ट्रीय संगठन में जा रहे हैं। इसके अलावा महिला कांग्रेस का गठन भी इसी माह हो जाएगा इसमे उज्जैन की नूरी खान जिन्होंने कोरोना काल में बेहतर कार्य किया का नाम तय है परंतु दिग्विजयसिंह ने भोपाल की पूर्व महापौर विभा पटेल का नाम आगे बढ़ाकर पेंच डाला है। कांग्रेस की प्रदेश ईकाई में इस बार अधिकतम सौ पदाधिकारी ही बनाये जाएंगे। चुनाव के समय में इसमे ही अन्य नाम जोड़े जाएंगे। हालांकि दिग्विजयसिंह प्रतिपक्ष नेता के लिए अपनी ओर से भी किसी नाम को लाने का प्रयास कर रहे हैं। पर अब कमलनाथ अपनी ही लाईन मजबूत करेंगे। तीन उपचुनाव को लेकर कमलनाथ के दौरे भी प्रारंभ हो रहे हैं।

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