कोरोना के साइड इफेक्ट शुरु: टीबी के लक्षण और शरीर में लाल-नील चक्कते
डॉक्टरों की राय खांसी-सर्दी और चर्म रोग को गंभीरता से लें
इंदौर। कोरोना झेल चुके लोगों में शुगर, ब्लडप्रेशर, ब्लैक फंगस जैसी दिक्कतों के बाद शरीर पर लाल और नीचे चकत्ते भी बनने लगे हैं। असर पंद्रह दिन बाद दिखाई देने लगता है। शरीर में खुजली चलने के साथ ही चकत्ते बढ़ते जाते हैं। कई लोग पोस्ट कोविड ओपीडी में दिखाने आ रहे हैं। वही दूसरी ओर कोरोना के साइड इफेक्ट अब दिखने लगे हैं यदि बिमारी ठीक होने के बाद खासी लगातार बनी हुई है तो यह टीबी के लक्षण माने जा रहे हैं। बड़ी तादाद में खांसी के मरीज भी ठीक न होने के कारण अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
डॉ. शिखा मंडलोई बताती हैं कि पहले लहर में चमड़ी से जुड़ी शिकायतें लेकर वे ही लोग आ रहे थे, जिन्हें मास्क से एलर्जी हो रही थी। दूसरी लहर के बाद चमड़ी पर आ रही दिक्कतों के मरीज बढ़ गए हैं, जो कोरोना से ठीक होने के पंद्रह दिनों बाद खुजली और रेशेस की समस्या लेकर आ रहे हैं। ओपीडी में आने वाले मरीजों में 40 फीसद से ज्यादा वे मरीज हैं, जो हाल ही में कोरोना से ठीक हुए हैं। इनकी चमड़ी में आ रहे बदलाव की वजह से लालदाने, सूजन, खुचली, गुलाबी और सफेद चकत्ते हो गए हैं। चमड़ी रूखी हो रही है, जिसकी वजह से पूरे शरीर में खुजली चलती हैं। शरीर पर दिखाई देने वाले ऐसे रेशज या धब्बे को मैक्यूलोपैपुलर कहते हैं। ये तब बनते हैं, जब छोटी खून की नसों में खून का बहाव बंद हो जाता है। जिसके बाद यह लक्षण चमड़ी में नजर आने लगते हैं। इसी वजह से चमड़ी का रंग गहरा लाल या नीला हो जाता है।डॉ. मंडलोई बताती हैं कि इस तरह की समस्या को ठीक होने में दो से तीन हफ्ते का समय लगता है। ऐसे मरीजों को लगातार माइश्चराइजर या नारियल तेल का उपयोग करना चाहिए। धूप में निकलने से बचें। निकलना भी पड़े, तो सन स्क्रीन लगाएं। दिक्कत बढ़ रही हैं, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। चमड़ी से जुड़ी दिक्कतें धीरे-धीरे घातक हो जाती है। वही कोरोना मरीजों को अब दूसरी बिमारियों का असर भी धीरे धीरे दिखाई देने लगे हैं। कई मरीजों को बिमारी के बाद खांसी से राहत नहीं हो पा रही है। जांच में पाया गया कि टीबी के लक्षण इन मरीजों में पाये गये हैं। समय रहते इलाज नहीं किया तो इसका असर कुछ समय बाद छाती में दिखाई देने लगेगा। डॉक्टरों का कहना है कि खांसी और सर्दी ठीक न हो पा रही हो तो चिकित्सक को अवश्य दिखाये।