अब एमवाय राष्ट्रीय गुणवत्ता के अस्पतालों में शामिल होगा

इंदौर। शहर के सबसे बड़े एमवाय अस्पताल को नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फार हास्पिटल्स का प्रमाण पत्र दिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बड़े पैमाने पर प्रयास शुरु किये हैं। इस प्रमाण पत्र को हासिल करने के लिए अस्पताल की गुणवत्ता में भी सुधार करना होगा साथ ही प्रमाण पत्र मिलने के बाद भी बेहतर सेवाएँ जारी रखनी होगी। इसका सबसे बड़ा लाभ आने वाले मरीजों को मिलेगा। अस्पतालों में इनका इलाज तय प्रोटोकाल में ही हो सकेगा।
इंदौर एमवाय के इलाज की गुणवत्ता को सुधारने और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने भी स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर यहां पर और सुविधाएँ दिये जाने के लिए प्रस्ताव दिये थे। इसी के साथ अब चिकित्सा शिक्षा संचालनालय जल्दी ही एमवाय की गुणवत्ता को लेकर क्वालिटी काउसिल ऑफ इंडिया को पहले चरण में प्रमाणपत्र के लिए आवेदन करने जा रहा है और देश में किसी भी सरकारी अस्पताल को अभी तक यह सर्टिफिकेट नहीं मिला है जबकि कई प्रायवेट अस्पताल एनएबीएच का प्रमाण पत्र हासिल कर चुके हैं। एनएबीएच का यह प्रमाण पत्र तीन चरणों में मिलता है पहले चरण में इसमे इंट्री लेवल का प्रमाण पत्र दिया जाता है। यह प्रमाण पत्र क्वालिटी काउसिल आफ इंडिया की तरफ से जारी किया जाएगा। इसके बाद अस्पताल में गुणवत्ता के स्तर में मामूली सुधार करने पर यह प्रमाण पत्र दे दिया जाता है। इसके बाद दूसरी चरण प्रोग्रेसिव स्तर का होता है इसमे अस्पतालों को कुछ मापदंडों पर खरा उतरना होता है इस चरण को पूरा करने के बाद ही अंतिम सर्टिफिकेट दिया जाता है।

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