महंगी पेट्रोल कारें खरीदने वाले नहीं मिल रहे, अब शोरुम का हिस्सा बनी

एक लीटर में दस किमी चलने वाली कारें अब देखने भी नहीं जाते

 

इंदौर। पेट्रोल की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि का असर सबसे ज्यादा महंगी कारों पर दिखाई दे रहा है। पेट्रोल से चलने वाली महंगी कारे शोरुम से उठना बंद हो गई है। वहीं पुरानी कारों की बुकिंग भी रद्द हो रही है। इसका मूल कारण पेट्रोल वाहन को चलाने का प्रति किलोमीटर खर्च अब अत्याधिक बढ़ गया है। १० किमी तक एवरेज देने वाली सभी पेट्रोल कारें शोरुम पर ही रखी हुई है। पिछले एक माह में पेट्रोल कारों की बिक्री में ६० प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं दूसरी ओर सीएनजी वाहन भी खरीदने में लोगों का रुझान नहीं के बराबर है। शहर के शोरुम से ६ माह पहले तक ढाई हजार के लगभग चार पहिया वाहन बिकते थे परंतु अभी इनके बिकने की संख्या ३०० भी पार नहीं हो पा रही है।

पेट्रोल की कीमतों में लगातार हो रही बेतहाशा वृद्धि का असर उन लोगों पर सबसे ज्यादा पड़ा है जो परिवार में एक कार रखते थे। छोटी कारें जिनकी पेट्रोल टंकियां २० लीटर की होती है वह दो हजार रुपए के लगभग में टंकी फूल हो जाती है परंतु अब यह खर्च बढ़कर तीन हजार के पार पहुंच गया है। महंगे पेट्रोल की मार का असर मध्यमवर्गीय परिवारों पर सबसे ज्यादा है कई परिवारों ने अपने वाहन निकालना बंद कर दिया है और वे दो पहिया वाहनों पर ही अभी बाजारों में अपने काम कर रहे हैं। ज्यादातर शोरुम में एक माह पहले हुई बुकिंग भी निरस्त हो रही है। अबतक लगभग ७०० से अधिक कारों की बुकिंग निरस्त करवाई गई है इनमे वे कारें हैं जिनका माइलेज अधिकतम दस किमी तक रहता है। शहर में इन वाहनों का माइलेज घटकर आठ किमी के लगभग ही रह जाता है। ऐसी स्थिति में पेट्रोल वाहन पर पड़ने वाला खर्च अब हजारों में पहुंच गया है। दूसरी ओर सीएनजी वाहन पेट्रोल वाहन से एक लाख रुपए तक ज्यादा महंगे हो गये हैं और इसी कारण अब लोग उसे भी खरीदने के लिए तैयार नहीं है।

पेट्रोल कारों के कारोबार पर रहेगा असर
शोरुम संचालकों का मानना है कि पेट्रोल की कीमतें अब पीछे भी आई तो भी सौ रुपए के पार ही बनी रहेगी। इस वजह से अब आम लोग चार पहिया पेट्रोल वाहनों से दूरी बनायेंगे इसमे लक्जरी कारों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। इंदौर में ही एक हजार से अधिक महंगी कारें जो पेट्रोल से चलती है शोरुम की शोभा बढ़ा रही है। भविष्य में भी इन कारों के कारोबार पर असर बना रहेगा। शोरुम संचालक से कंपनियां भी यह कारें वापस लेने को तैयार नहीं है। ऐसे में इसकी मार भी शोरुम संचालकों पर ही पड़ेगी।

इन वाहनो का माइलेज दहाई अंक का भी नही होता
पजेरो, बीएम डब्यू, मर्सिडीज, ऑडी एमजी हैक्टर यह वाहन ऐसे है जिनके शौकिन शहर में बड़ी मात्रा में है। जिससे ऐसी चार पहिया वाहनों का बाजार भी बड़ा है, यही कारण है ंकि शहर मे ऐसे वाहनों की खरीददारी अधिक मात्रा मे होती थी। मगर इनका माइलेज दहाई के अंक से निचे रहता हैं जिससे अब ऐसे वाहनों के खरीददार इन्हें खरीदने से बच रहे है। जिससे इनकी बिक्री में 30 प्रतिशत तक कमी देखी जा रही है।

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