इंदौर में डेल्टा वैरिएंट के तीन मरीज…

कल एक भी मरीज नहीं निकला, 190 बचे

इंदौर। शहर के लिए एक राहत भरी खबर है तो दूसरी चेतावनी के लिए भी बड़ी खबर है। राहत भरी खबर यह है कि शहर में अब कोरोना महामारी के मरीजों का आंकड़ा अब बेहद नीचे आ चुका है कल एक भी मरीज लिए गए सेम्पल में नहीं मिला था, दो दिन पूर्व यह आंकड़ा दो था, जबकि लिए जा रहे सेंपलों की संख्या 9 हजार 461 रही। वहीं उज्जैन के बाद इंदौर में भी तीन डेल्टा वैरियंट के मरीज मिलने से प्रशासन मे चिंता की लहर दिखाई देने लगी है। अभी मरीजों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। इधर अस्पतालों में 190 मरीज रह गए हैं। कोविड सेंटर लगभग खाली हो चुके है। जिला प्रशासन तीसरी लहर को लेकर सितंबर को समय मान रहा है। हालांकि विश्व के 85 देशों में तीसरी लहर का असर शुरू हो गया है। (देखे पृष्ठ 13)
यह डेल्टा वैरिंयट किसी न किसी नए रूप में लोगों के बीच फैल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि नए लोगों को चपेट में लेने की इसमें इत्याधिक ज्यादा क्षमता है जो पिछले वैरिंएंट से और अधिक है। यह वैरिंएट शरीर के एक बड़े हिस्से की इम्युनीटि को खत्म कर देता है। भारत में यह सबसे घातक वैरिएंट बन गया है। पिछले दिनों मध्य प्रदेश, केरल और महाराष्ट्र में इसके 40 मरीज सामने आए थे। इसमें भोपाल और उज्जैन में लगभग 10 मरीज मिले थे, इनमें से एक की मौत हो चुकी है। इधर इंदौर में तीन मरीज मिले है हालांकि इस मामले में अभी जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर जांच प्रारंभ की है पूरा मामला कलेक्टर स्वयं देख रहे है। दूसरी और शहर के सभी अस्पताल अब अन्य बीमारियों के लिए खोल दिए गए है। इंदौर में अब तक 17 लाख 70 हजार 960 सेंपल लिए गए है। जिला प्रशासन ने तीसरी लहर को लेकर बड़े पैमाने पर अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। अगले 15 दिनों में वैक्सिन को लेकर बड़ा अभियान चलाया जाएगा। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को लेकर जिला प्रशासन ने जो तैयारियां शुरू की हैं उसके आधार पर प्रतिदिन कितने मरीज आ सकते हैं और इन्हें कैसे रोका जा सकता है, इसको लेकर तैयारी की जा रही है। वहीं अस्पतालों को भी नए सिरे से तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।

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