मुख्यमंत्री जी पांच रुपए शराब की कीमत बढ़ाइये पेट्रोल साढ़े तीन रुपए सस्ता मिलेगा

पीने वाले कम, भराने वाले ज्यादा

इंदौर। मध्यप्रदेश सरकार अगर शराब पर लायसेंस फीस में 11 फीसदी की वृद्धि कर दे तो पेट्रोल 3 रुपए 30 पैसे सस्ता हो जाएगा। इससे शराब की सबसे छोटी बोतल (175 एमएल) के दामों में मात्र लगभग पांच रुपए की ही वृद्धि होगी। शराब के दाम साल भर में एक बार बढ़ते हैं, जबकि पेट्रोल के दाम 100 बार बढ़ रहे हैं। मध्यप्रदेश में अभी 250 करोड़ लीटर पेट्रोल बिक रहा है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि से आम आदमी की कमर टूट रही है। अगले कुछ दिनों में यदि टेक्स कम नहीं हुआ तो पेट्रोल 108 रुपए प्रति लीटर हो जाएगा। दूसरी ओर सरकार यदि चाहे तो बिना राजस्व हानि के विचार कर सकती है। शराब पीने वालों की संख्या कम है। वैसे भी सरकार शराब के खिलाफ अभियान चला रही है। कीमतें बढ़ाने से शराब की खपत पर पांच प्रतिशत का ही अंतर आएगा, जबकि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी होने से खपत भी बढ़ेगी और अन्य कारोबार में भी रफ्तार मिलेगी। हर परिवार को कीमतें कम होने से कम से कम एक वाहन पर भी महीने के 300 रुपए से ज्यादा का अंतर आएगा। दूसरी ओर प्रदेश में रोजाना 8 लाख लीटर शराब बिकती है। लीटर के हिसाब से यह बढ़ोतरी लायसेंस फीस में 11 फीसदी की वृद्धि से 1 लीटर पर यह बढ़ोतरी 30 से 35 रुपए के लगभग पहुंचेगी।
शराब 6 फीसदी और पेट्रोल-डीजल पांच फीसदी बढ़ रहा है
शहर के ज्यादातर लोग अपने वाहनों से ही चल रहे हैं। हर साल शराब में 6 फीसदी की बढ़त हो रही है, पेट्रोल-डीजल में 5 फीसदी की बढ़त हो रही है। सरकार तेल के अर्थशास्त्र को समझना नहीं चाह रही है, जबकि तेल के बढ़ते दाम से आम आदमी की बचत घट रही है। घर चलाना मुश्किल हो रहा है। सरकार को तय करना है कि वह शराबियों को राहत देना चाहती है या आम आदमी को।
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