Sulemani Chai – रिश्ते के काबिल हुई एआईएमआईएम…एसआईआर का डर…बांक पंचायत में सेंध…

रिश्ते के काबिल हुई एआईएमआईएम…
बिहार चुनाव के रिजल्ट के बाद शहर में ओवैसी के पट्टे खुद को जवान महसूस करने लगे है, अब तक राजनीति में अछूत समझे जाने वाले ओवैसी अब रिश्ते (गठबंधन) के काबिल हो गए है, जिसे लेकर शहर और प्रदेश के एमआईएम नेताओं में नया जोश आ गया है और अब ओवैसी की टीम भी कांग्रेस को बीजेपी की भी टीम कह सकती है क्योंकि एमआईएम बिहार में कांग्रेस की वजह से तीन सीट बहुत कम अंतर से हारी बाकी पांच तो जीत ही चुकी है।
एसआईआर का डर…
शहर के मुस्लिम इलाकों में इन दिनों एस.आई.आर. का डर बना हुआ है, लोग समझ नहीं पा रहे कि इसका क्या किया जाए। इधर जमीन पर हालात यह हैं कि लगभग मुस्लिम इलाकों का हर पार्षद बयानबाजी में ओलंपिक गोल्ड जीतने को तैयार बैठा है, लेकिन अपने-अपने इलाकों में कैंप लगवाने की फुर्सत किसी को नहीं। खजराने में बीएलओ एक ही फार्म दे रहे है, दूसरी जगह लोग बीएलओ का इंतजार ऐसे कर रहे हैं जैसे ईद के लिए चांद का इंतजार। जो थोड़ा-बहुत काम होता दिख रहा है, वह या तो ए.पी.सी.आर. की टीम कर रही है या फिर एमआईएम के कुछ लोग। अब बात कर लें हमारे एक नम्बर और दो नम्बर क़ाज़ी साहबों की तो जनाब, दोनों तो अपनी सुकून भरी दुनिया में मस्त हैं लगता है इन्होंने शहर की नहीं, बल्कि चांद की जिम्मेदारी उठाई हो।
बांक पंचायत में सेंध…
प्रदेश की सबसे बड़ी मुस्लिम पंचायत जो अब तक सोहराब पटेल का अभेद किला कहलाती थी, वहां अब सेंध लगती दिख रही है। बांक में शादाब पटेल लगातार कुछ न कुछ कार्यक्रम करवा रहे है और विपक्ष में रहते हुए लोगों के काम आ रहे है। कभी नशा मुक्ति तो कभी एसआईआर को लेकर क्षेत्र में ट्रेनिंग कैंप लगा रहे है। वहीं फर्मों की कमी को लेकर कलेक्टर कार्यालय आवेदन भी दे आए। इसी के साथ सोहराब के चाणक्य कहे जाने वाले सरफराज अंसारी भी अब शादाब के साथ है, अब लगता है कि सोहराब की जमीन खिसकने वाली है, क्योंकि सोहराब का नाम पहले भी कई घोटालों में आ चुका है, जिन में जांच होना बाकी है सोहराब के बेटे पर भी लगभग आधा दर्जन मामले दर्ज हो चुके है अब आगे क्या होगा ये तो वक्त ही बताएगा।
दुमछल्ला,
हाथी चले बजार…
कहावत, महू से राजनीति का सफर शुरू कर पूरे देश में नाम कमाने वाले राजिक फर्शीवाले के लिए सटीक बैठती है, तो साहब हुआ यू की बीते दिनों राजिक का एक फोटू किसी के साथ वायरल हुआ जिसको लेकर विरोधियों को मौका मिला तो साहब चले सोशल मीडिया पर धूम मचाने, लेकिन जब राजिक को इसकी खबर लगी तो जवाबी गोला बारूद तैयार कर लिया गया। अब साहब देखना ये है कि किसके बम एटम बनते है और किसके फुस्सी।
मेहबूब कुरैशी ९९७७८६२२९९