35 साल पुराना वाहन पुराने नंबर से ही दौड़ रहा है…

नगर निगम का कारनामा

इंदौर। नगर निगम के वाहन बिना किसी दस्तावेजों और बीमे के चल रहे हो तो आश्चर्य की बात नहीं है। कई वाहनों के रजिस्ट्रेशन के बाद उनके सड़क पर आने के पहले नंबर तक नहीं लिये जाते हैं। दूसरी ओर 1989 में पंजीकृत वाहन अभी भी नगर निगम में दौड़ाये जा रहे हैं। जबकि इनकी स्थिति जर्जर हो चुकी है और यही हादसे के कारण बनते हैं। नियमों के अनुसार १५ साल में वाहन को भंगार में देना होता है। परंतु नगर निगम में भंगार वाहन ही सेवाएँ दे रहे हैं।

इसका एक ताजा उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब धार रोड़ पर पीने का पानी बांट रहे टैंकर को देखा गया। इस टैंकर का पंजीयन १९८९ में होना पाया गया। इस टैंक का नंबर एमकेओ ९१३९ है। जब सारे शहर में वाहनों के नंबर बदले जा चुके हैं उसके बाद भी नगर निगम में ३५ साल पुराने नंबरों पर ही वाहन दौड़ रहे हैं। इस वाहन का पंजीयन नगर निगम कमिश्रर इंदौर के नाम पर पाया गया। दूसरी ओर पंजीयन के सात साल बाद वाहन का रजिस्ट्रेशन नगर निगम के दस्तावेजों के अनुसार २००७ में करना पाया गया यानी २७ साल तक बिना नंबर के ही वाहन दौड़ रहे हैं। ऐसे कई और भी उदाहरण नगर निगम के वाहनों को लेकर देखे जा सकते हैं।
दूसरी ओर नये वाहनों को भंगार करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है। इन वाहनों में डीजल भी दूसरे वाहनों से ज्यादा लग रहा है और मार्ग पर चलने के बाद छोड़े गये धुंए के कारण प्रदूषण तो फैल रहा है पर जमीन पर बादलों का आभास भी दे रहा है।

News By – Rahul Gorani

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