भूकंप के कारण लोग सुबह तक सड़कों तक ही रहे, नेपाल में कई इमारत ढही

नई दिल्ली। भारत का पड़ोसी देश नेपाल एक बार फिर भूकंप की चपेट में हैं. शुक्रवार देर रात आए 6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गई हैं और तबाही का आलम यह है कि 250 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं भारत में दिल्ली से लेकर लखनऊ और मध्यप्रदेश के भी कई क्षेत्रों में कंपन हुआ। हालांकि जनहानि की कोई सूचना नहीं रही। नेपाल में अभी भी मौतों के आंकड़े बढ़ सकते हैं। मलबे में दबने के कारण कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
बताया जा रहा है कि भूकंप के कारण ज्यादातर लोगों की मौत रुकुम पश्चिम और जाजरकोट में हुई है। नेपाल में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 250 तक पहुंच गई है. प्रधानमंत्री के निजी सचिवालय के मुताबिक, जाजरकोट भूकंप में 92 लोगों की मौत हो गई है और 55 लोग घायल हो गए हैं। वहीं, रुकुम वेस्ट में 36 लोगों की मौत हो गई और 85 लोग घायल हो गए।
दिल्ली-एनसीआर में मची अफरा-तफरी
नेपाल में तबाही मचाने वाले भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसका असर दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में देखा गया. बिहार के पटना और मध्य प्रदेश के भोपाल तक भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. दिल्ली-एनसीआर में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और हाईराइज बिल्डिंग में रहने वाले लोगों में अफरा-तफरी देखी गई। दरअसल, बीते हर महीने लगभग एक बार दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके लगे हैं। earthquake in india
लखनऊ: भूकंप के झटकों को देखते हुए अलर्ट जारी
नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के जिलों में लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज जनपदों के अपरजिलाधिकारी से फोन पर सूचनाएं प्राप्त की गयी, सभी जनपदों में भूकम्प के हल्के झटके महसूस किये गये।
मध्य प्रदेश में भी लगे झटके
नेपाल में आये भूकंप के झटके मध्यप्रदेश के भी कुछ हिस्सों में महसूस किये गए। मध्यप्रदेश मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सतना और रीवा में भूकंप के बेहद हल्के झटके महसूस किए गए।