सुलेमानी चाय: एजाज में मिला झुनझुना…जवाई बन के आये और बेटी की तरह विदा हुवे…

आई, के की जमीन पर नहीं दौड़े खजराने के घोड़े...कर्बला कमेटी में जमीनी जदुगर...

सुलेमानी चाय

एजाज में मिला झुनझुना…

पिछले दिनों एक कुर्सी पर भी नहीं बैठ पाने वाले रफत के हिस्से में दो दो कुर्सी आने के बाद से अचानक रफत की तबीयत नासाज रहने लगी। जिस पर अल्पसंख्यक मोर्चे का झुनझुना एजाज के हिस्से आ गया, लेकिन बेचारे एजाज को सिर पर चुनाव होने के कारण मोर्चे में नियुक्ति की इजाजत नही मिली। जिस वजह से एज़ाज़, एज़ाज़ को तरस रहे थे। सो उनके ही एक करीबी मित्र ने बताया की साहब ने एज़ाज़ पाने का भी नया तरीका ढूंढ़ लिया है, साहब ने पास के एक मंदिर और दरगाह मे सेटिंग कर ली है, जहां से रोज शाम को एक फूलो का हार साहब की झुनझुने वाली गाड़ी पर सजा दिया जाता है और साहब झुनझुना मतलब हूटर बजाते खुद के हार के सहारे अपनी हार को जीत समझ दौड़ते रहते है, लेकिन हरिराम तो कह रहे है, की साहब को झुनझुना भी कद से बड़ा दे दिया गया है।

जवाई बन के आये और बेटी की तरह विदा हुवे…

खजराने थाने के एक अधिकारी का कल विदाई समारोह बेटी की बिदाई समारोह से कम न था। सब की आंखे नम थी, जिस तरह विदाई पर सहेलियां दुल्हन के कानों में फु फु करती है, उसी तरह कल सभी साहब के कानों फु फु कर कह रहे थे, कि आने वाले को हमारी सिफारिश कर देना। खैर जब साहब आये तो किसी जमाई बाबू की तरह पूरे खजराने ने उन्हें मान सम्मान दिया। बदले में छोटी मोटी सेटिंग हो जाती थी, कल साहब बग्गी में हारो से लदे लदे बिदा हुवे, मजे की बात तो यह है कि विदाई में दोनों पार्षद नदारत रहे, दोनों समझदार है, बेटी तो पराया धन है, इस पर जितना खर्च करना था कर लिये, अब फूल और सम्मान आने वाले जमाई बाबू के लिए। दोनो के दोनों टू मच है ना।

आई, के की जमीन पर नहीं दौड़े खजराने के घोड़े…

तो साहब हुवा यू कि पिछले दिनों पूरे खजराने में जलजमाव को लेकर साहब की किरकिरी हो रही थी, तो साहब हर जगह मुह छिपाते फिर रहे थे, लेकिन जब मामला खान कम्पाउंड का आया तो साहब तबेले से टीम टॉम लेकर आई, के की जमीन पर बनी दीवार तोड़ने निकल पड़े लेकिन वहां भी साहब को बेरंग लौटना पड़ा, तो साहब के गुस्से की वजह उस कालोनी से रास्ता निलालना था, सहाब के साथ साथ पूरे परिवार के मकान प्लाट वहां मौजूद है, तो शायद साहब पानी के बहाने रास्ता ढूंढ़ रहे थे , जो कि नहीं मिल पाया। funny news

कर्बला कमेटी में जमीनी जदुगर…

चन्दन नगर में सरकारी जमीनों पर करोड़ो की जादूगरी कर चुके जादूगर अब उस अवैध कमाई से बेजेपी में सफेद कुर्ता पहनना चाह रहे है, जिस कड़ी में कर्बला मेला कमेटी में ये छोटे जादूगर खुद को बड़ा ही साफ बताने की कोशिश में या हुसैन या हुसैन है करते नजर आए, छोटे जादूगर पर्दे के पीछे से बड़े बड़े टोपीबाजो को झालर वाली टोपी पहना चुके है, जिसमे बाबा ओर भय्या सभी मौजूद है, छोटे जादूगर अब तक प्रशासनिक कार्रवाई से बचते आ रहे है, लेकिन अब वे जल्द ही सलाखों के पीछे से अपने जादू की कला बाजियां करते नजर आयगे।

९९७७८६२२९९

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